- एमओयू के तहत फंडिंग का एक हिस्सा स्थायी, कम कार्बन वाले औद्योगिक नवाचारों पर केंद्रित शुरुआती चरण के स्टार्टअप्स को अनुदान के रूप में दिया जाएगा
देहरादून : आईआईटी रुड़की के उद्योग त्वरक ने फ़ॉक्सहॉग वेंचर्स इंडिया लिमिटेड के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं, जो उद्योग-अकादमिक सहयोग में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। यह सहयोग सतत नवाचार, ग्रामीण विकास, लैंगिक समानता एवं प्रधानमंत्री के विकसित भारत के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाएगा।
इस सहयोग के एक भाग के रूप में, फ़ॉक्सहॉग ने अपनी कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) पहल के तहत आईआईटी रुड़की स्थित सेंटर फॉर प्रिसिजन मैन्युफैक्चरिंग (आरती) के साथ एकीकृत उन्नत विनिर्माण सेटअप (आईएएमएस 4.0) स्थापित करने के लिए 17 करोड़ रुपये देने की प्रतिबद्धता जताई है। यह एक अत्याधुनिक सुविधा है जो एयरोस्पेस, रक्षा एवं कृषि प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में उन्नत तकनीकों पर केंद्रित है। इस फंडिंग का एक हिस्सा स्थायी, कम कार्बन वाले औद्योगिक नवाचारों पर केंद्रित शुरुआती चरण के स्टार्टअप्स को अनुदान के रूप में दिया जाएगा। यह पहल संयुक्त राष्ट्र के प्रमुख सतत विकास लक्ष्यों – अर्थात् सतत विकास लक्ष्य 4 (गुणवत्तापूर्ण शिक्षा), सतत विकास लक्ष्य 5 (लैंगिक समानता), सतत विकास लक्ष्य 8 (सभ्य कार्य और आर्थिक विकास), सतत विकास लक्ष्य 9 (उद्योग, नवाचार एवं बुनियादी ढाँचा), सतत विकास लक्ष्य 10 (असमानताओं में कमी), व सतत विकास लक्ष्य 13 (जलवायु कार्रवाई) – के साथ निकटता से जुड़ी हुई है, जो एक स्थायी, समावेशी एवं नवाचार-संचालित भविष्य के निर्माण के लिए सामूहिक प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है। इसके अलावा, विकास एवं परिचालन क्षमताओं को और अधिक मजबूत करने के लिए, चयनित स्टार्टअप फॉक्सहॉग वेंचर्स के सीईओ फंड से 25 लाख रुपये प्रत्येक का पूरक वित्तपोषण प्राप्त करने के पात्र होंगे।
उभरती प्रौद्योगिकियों में महिला उद्यमियों को बढ़ावा देने और एक समतामूलक पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देने हेतु दोनों संगठनों की अटूट प्रतिबद्धता से प्रेरित होकर, यह सहयोग नारी शक्ति एवं आत्मनिर्भर भारत के राष्ट्रीय दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में एक साहसिक कदम है। सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास की भावना से प्रेरित होकर, इसका उद्देश्य समावेशी नवाचार को संस्थागत बनाना व जमीनी स्तर तथा उच्च तकनीक क्षेत्रों में समान रूप से परिवर्तनकारी बदलाव लाना है – जिससे भारत एक अधिक न्यायसंगत, समावेशी और आत्मनिर्भर भविष्य की ओर अग्रसर हो सके।
“जैसे-जैसे हम 2047 की ओर बढ़ रहे हैं, आईआईटी रुड़की यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी लोगों की वास्तविक समस्याओं का समाधान करें। फॉक्सहॉग वेंचर्स के साथ यह समझौता ज्ञापन ग्रामीण नवाचार को बढ़ावा देगा और सटीक तकनीकों, स्मार्ट विनिर्माण, उद्योग 4.0 प्रतिमानों एवं समावेशी आर्थिक मॉडलों के माध्यम से समुदायों को सशक्त बनाएगा। हमारा लक्ष्य तकनीकी संप्रभुता, ग्रामीण परिवर्तन और टिकाऊ भविष्य के लिए एक प्रकाश स्तंभ बनना है”, आईआईटी रुड़की के निदेशक प्रो. के.के. पंत ने कहा।
आईआईटी रुड़की के साथ हमारा सहयोग उन लोगों के लिए तकनीक को सक्षम बनाने का एक संकल्प है जिन्हें इसकी सबसे ज़्यादा आवश्यकता है। ग्रामीण उद्यमिता को बढ़ावा देकर, महिलाओं के नेतृत्व वाले उद्यमों को बढ़ावा देकर व विनिर्माण क्षेत्र में उच्च-प्रभावी तकनीकों में निवेश करके, हमारा लक्ष्य विकास के एक निचले स्तर के मॉडल को गति प्रदान करना है। फॉक्सहॉग वेंचर्स के सीईओ तरुण पोद्दार ने कहा, “हम मिलकर एक समान भविष्य का निर्माण कर रहे हैं।”
आईआईटी रुड़की एवं फॉक्सहॉग वेंचर्स के बीच वार्ता के दौरान स्रिक आईआईटी रुड़की के कुलशासक प्रोफेसर विवेक कुमार मलिक, एडीआईआई के प्रोफेसर साई रामुडू मेका, एआरटीआई के परियोजना निदेशक प्रोफेसर अक्षय द्विवेदी, भारतीय लघु उद्योग संघों के महासंघ के अध्यक्ष डॉ. शूल पाणि सिंह, प्रशांत सिन्हा, आईआईटी रुड़की से शिंजिनी मिश्रा, डॉ. साहिल शर्मा, विशाल तिवारी, नवजोत सिंह और फॉक्सहॉग की टीम के सदस्य उपस्थित रहे।